प्रत्येक कारोबारी जो अपने बिजनेस का विस्तार करना चाहते है, उनकी केवल एक प्रमुख चिंता होती है कि वह बिजनेस को एक मजबूत फाइनेंशियल कंडीशन में रखे। यह जरुरी भी है, क्योंकि बिजनेस का लंबे समय तक संचालन करने के लिए अधिक फंड चाहिए ही चाहिए होता है। फंड से ही बिजनेस का विस्तार होता है, लोगों को नौकरी पर रखा जा सकता है और जरुरी उपकरणों की खरीद की जाती है।
MSME सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के लिए है, कभी-कभी इसे लघु और मध्यम उद्यम SME के नाम से भी जाना जाता है। संक्षेप में कहें तो, एमएसएमई और एसएमई दोनों एक समान हैं। इन दोनों ही बिजनेस के लिए जो लोन होता है, उसे एमएसएमई लोन और एमएसई लोन के नाम से जाना जाता है। अधिकतर, ये लोन स्टार्टअप्स, छोटे बिजनेस के मालिकों और महिला उद्यमियों को शॉर्ट टर्म आधार पर दिए जाते हैं।
पैसा बनाने में पैसा लगता है, इसलिए फंड किसी भी व्यवसाय की रीढ़ की तरह होता है। हालांकि, यह भी सही है कि फंड के साथ – साथ बढ़िया बिजनेस प्लान का होना भी अनिवार्य होता है। अगर बेहतर बिजनेस प्लान है लेकिन पर्याप्त फंड नहीं है तो कारोबारी को बिजनेस लोन की तरफ बढ़ना चाहिए। आप चाहें तो SME बिज़नेस लोन की ओर रुख कर सकते हैं। इससे आपकी पूंजीगत समस्या का समाधान संभव हो सकेगा।
आजकल, हर मैन्यूफैक्चरर अपने उद्योग का उत्पादन बढ़ाना चाहता है। क्योंकि जिस उद्यमी का जितना अधिक प्रोडक्ट मार्केट में होगा, उसे उतना ही अधिक मुनाफा होगा। लेकिन समस्या तब पैदा होती है जब लोगों के पास उत्पादन प्रक्रिया शुरू करने के लिए पर्याप्त पूंजी नहीं होती है। या यहां तक कि अगर उनके पास आवश्यक पूंजी है, तो वे इसे कहीं और निवेश करना पसंद करते हैं क्योंकि मैन्यूफैक्चरिंग में लगने के लिए बहुत सारे उपकरण और ह्यूमन रिसोर्स की आवश्यकता होती है।
MSME यानी माइक्रो, स्माल एंड मीडियम एंटरप्राइज। सरल भाषा में बात करें तो इसे छोटे और मध्यम उद्योग कहा जाता है। इन उद्योगों के लिए केंद्र सरकार से समय – समय पर कई बिजनेस लोन योजनाओं का संचालन किया जाता है। जिन लोन का संचालन छोटे एवं मध्यम उद्योगों के लिए किया जाता है, उन लोन को MSME लोन कहते हैं। भारत सरकार एमएसएमई उद्योग को बचाने के लिए और हर प्रकार से सहयोग करने के लिए तत्पर है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि एमएसएमई उद्योगों का भारतीय अर्थव्यवस्था में बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। इस तरह के उद्योग कम जगह, संसाधन और लागत में अधिक उत्पादन के साथ अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करने का काम करते हैं।