वर्तमान समय में बैंको के आलावा एनबीएफसी से भी आसानी के साथ बिजनेस लोन मिल जाता है। बिजनेस लोन लेने का कई फायदा होता है। जैसे इसका टेन्योर फिक्स होता है। ब्याज दर तय होती है। और टैक्स मे भी बेनिफिट्स मिलता है। हालांकि बिजनेस लोन लेने से पहले कारोबारी को कछ बातों का उत्तर खुद से जानना चाहिए। इससे लोन का सही उपयोग हो सकता है।
एक बिजनेसमैन के पास इतनी जिम्मेदारी होती है कि रातों की नींद हराम हो जाती है और हर वक्त सिर्फ बिजनेस की ही चिंता सताती रहती है। तो इसलिए किसी भी व्यापारी को अपना बिजनेस शुरु करने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातों की जानकारी होना जरुरी होता है।
जनगणना 2011 के अनुसार भारत की आबादी एक सौ पच्चीस करोड़ से अधिक है। अब तक आबादी एक सौ तीस करोड़ से भी अधिक हो चुकी होगी। ऐसे में यह कहना कि सभी को नौकरी मिल जाएगी, यह सैद्धांतिक रुप से ठीक नहीं है।
प्रत्येक कारोबारी जो अपने बिजनेस का विस्तार करना चाहते है, उनकी केवल एक प्रमुख चिंता होती है कि वह बिजनेस को एक मजबूत फाइनेंशियल कंडीशन में रखे। यह जरुरी भी है, क्योंकि बिजनेस का लंबे समय तक संचालन करने के लिए अधिक फंड चाहिए ही चाहिए होता है। फंड से ही बिजनेस का विस्तार होता है, लोगों को नौकरी पर रखा जा सकता है और जरुरी उपकरणों की खरीद की जाती है।
MSME सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के लिए है, कभी-कभी इसे लघु और मध्यम उद्यम SME के नाम से भी जाना जाता है। संक्षेप में कहें तो, एमएसएमई और एसएमई दोनों एक समान हैं। इन दोनों ही बिजनेस के लिए जो लोन होता है, उसे एमएसएमई लोन और एमएसई लोन के नाम से जाना जाता है। अधिकतर, ये लोन स्टार्टअप्स, छोटे बिजनेस के मालिकों और महिला उद्यमियों को शॉर्ट टर्म आधार पर दिए जाते हैं।
15-64 आयु वर्ग में 360 मिलियन से अधिक के साथ भारत दुनिया की सबसे बड़ी महिला जनसांख्यिकी में से एक है। हालांकि, यह अनुमान लगाया गया है कि भारत में केवल लगभग 3 मिलियन महिलाएं ही पूर्ण या आंशिक रूप से अपना व्यवसाय करती हैं। इसके अलावा, महिला उद्यमियों के स्वामित्व वाले अधिकांश व्यवसाय छोटे व्यवसाय हैं जिनका वार्षिक राजस्व 10 लाख रुपये से कम है। इस लेख में, हम भारत में महिला उद्यमियों के लिए कुछ लोकप्रिय बिजनेस आइडिया जानिए।
व्यवसाय का संचालन करते समय कई उतार-चढ़ाव से निपटना होता है। इसे इस तरह से भी देख सकते हैं कि जोखिम और पुरस्कार बिजनेस का एक अपरिहार्य हैं। खैर, यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण लग सकता है जिन्होंने अभी-अभी एक व्यवसाय शुरू किया है और उनके पास सैलरी का भुगतान, व्यवसाय का विस्तार, नई परियोजना, या एक नई संपत्ति के अधिग्रहण जैसी गतिविधियों का समर्थन करने के लिए पर्याप्त धन नहीं है। इसके अलावा, प्रतियोगी बाजार के परिदृश्यों से वर्किंग कैपिटल और कम आय में नुकसान हो सकता है। यह तब होता है जब बैंक व्यवसाय और उसकी गतिविधियों को वित्तपोषित करने के लिए लोन प्रदान करके उद्धारकर्ता के रूप में कार्य करते हैं।
यदि आप एक व्यवसाय के स्वामी हैं, जिसे कैश तक पहुंच की आवश्यकता है, तो एक छोटा बिजनेस लोन आपकी मदद कर सकता है। लेकिन सही प्रकार का लोन चुनना महत्वपूर्ण है। गलत लोन चुनें, और आप धन प्राप्त करने के लिए प्रतीक्षारत महीनों में फंस सकते हैं जब आपको उनकी आवश्यकता होती है या गलत प्रकार के वित्तपोषण प्रस्ताव के साथ समाप्त हो जाते हैं।
जब तक इस धरती पर सभ्य मनुष्य हैं तब तक कपड़ों की मांग बनी रहेगी। एक प्रकार से यह भी कहा जा सकता है कि कपड़ों की मांग कभी समाप्त नहीं होने वाली है। दिन- प्रतिदिन कपड़ों के डिजाइन और प्रकार में बढ़ोतरी ही होती जा रही है। इस प्रकार से देखा जाये तो टेक्सटाइल इडस्टी में बिजनेस करना बहुत मुनाफे वाला सौदा साबित होता है। सरकार की तरफ से भी टेक्सटाइल इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए तमाम सरकारी लोन योजना का संचालन किया जा रहा है। आइये इस आर्टिकल में 5 सरकारी लोन योजना के बारें में जानिए।
हर व्यवसाय को धन की आवश्यकता होती है। हालाँकि आपने शुरू में अपने व्यवसाय को अपने पैसे या परिवार और दोस्तों से उधार पैसा लिया होगा, लेकिन एक समय ऐसा आता है जब निरंतर विकास के लिए संस्थागत पूंजी आवश्यक होती है। कई छोटे व्यवसाय मालिक बैंक लोन पर भरोसा करते हैं लेकिन बैंक किन्हीं कारणों से लोन नहीं देता है तो व्यापारियों का हौसला गिर जाता है। ऐसे में व्यापारियों को वैकल्पिक लोन संस्थानों के बारे में पता होना चाहिए, जिससे उन्हें वक्त पर बिजनेस लोन मिल सके।